Raag
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Bandish
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Laya
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Taal
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Type
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Collection
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Adana
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Aai Re Karkara
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Drut
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Tritaal
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Khayal
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Aai Re Karkara
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आयी रे करकरा जिन पकरो मोरी बाही
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सोच समझ हित चितसो गरवा लगाई ।
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निडर निडर निडरो ऐसो
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धीट लंगरवा भुज फरकत मोरी बाही ॥
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Adana
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Bahela jo re
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Drut
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Tritaal
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Khayal
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Bahela jo re
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बाहेला आज्यो रे
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अब मोसे ऱ्यो ना जाय रे
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जोबन कऱ्यो है जोरा रे ॥
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आंगन के बिच ठाडी मै
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आव घरा आव मिलो रे
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इकेली मै डर बहु डर लागे रे ॥
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-------------- पं. कुमार गंधर्व
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Adana
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Baju re milanki
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Drut
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Tritaal
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Khayal
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Baju re milanki
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बाजू रे बाजू रे तिहार मिलन की आस
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पियारे अब कैसे रहुं अकेली
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बन बन की बीचे मिलके रिझाऊं
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खेलत नंदन सघन घन आवे
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Adana
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Damaru Dam Dam Baje
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Drut
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Ektaal
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Khayal
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Damaru Dam Dam Baje
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डमरू डम डम डम बाजे
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सप्त द्वीप नवखंड में
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अनहत नाद बजे ।
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बिसर गये जोग यग्य
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ग्यान ध्यान तप साधन
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घट घट घट बिराजे ॥
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Adana
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Kan kundala
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Drut
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Ektaal
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Khayal
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Kan kundala
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कान कुंडल आवत है अलबेला
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अंग बभूत रुंड माल गले बिराजे
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जोगी का रूप धारे
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बैठन को मृगछाला
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शीश जटा तन में डोले
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Adana
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Kanchan pichkari
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Drut
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Ektaal
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Khayal
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Geet Vasant
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Kanchan pichkari
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-------------- पं. कुमार गंधर्व
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कंचन पिचकारी
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सोहत कर फेकत री दे
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भरि रंग भरि मारत सखी ||
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सजधज दल आवत है
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अररर ये हो, डररर ये हो
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शोर मचाय नाचे सखी ||
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Adana
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Dir dir dana
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Drut
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Tritaal
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Tarana
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Dir dir dana
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दिर दिर तनाना देरेना दीम
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दानी तोम तनन देरेना
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तनोम तनोम तनोम देरेना
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दीम दारा दीम दारा दीम
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Ahimohini
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Ankhiya ni phero
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Madhyalaya
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Tritaal
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Khayal
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Ankhiya ni phero
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अंखिया नी फेरो सैयाँ
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मारूणी थारी ऊबी अरज करीहों ।
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निठुर जिन बनो, फेरीलो मुख अब
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मारूणी थारी ऊबी अरज करी हों ॥
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----------- पं. कुमार गंधर्व
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Ahimohini
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Been bajao
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Drut
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Tritaal
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Khayal
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Been bajao
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बीनु बजावे श्याम
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अब तो मेरो मानले रे ।
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सुभग सुरन तान की
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लरिया सोहायो मोहे रे ॥
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----------- पं. कुमार गंधर्व
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Ahir Bhairav
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Kaise manalu
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Madhyalaya
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Tritaal
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Khayal
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Kaise manalu
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-------------- पं. कुमार गंधर्व
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कैसे मनालूं रे
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बुझावूं अब कस तोहे रे
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समुझाय हारी हारी रे ||
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पूछो ना मोसे अबरे पिया
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करो ना संदेस मोपेरे
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समुझाय हारी हारी रे ||
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